बल्लभगढ़: फ्रेंड्स कालोनी में 20 जनवरी को संपत्ति के बंटवारे को लेकर ससुर की प्रेमी के साथ मिल कर गोली मारकर हत्या करने के मामले में फरार आरोपित पुत्र वधू को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वह हत्या के बाद बदरपुर बार्डर जाकर एक किराये के मकान में रह रही थी। उसका साथी प्रेमी अभी भी फरार है।
पुलिस के अनुसार आरोपित गीता ने पूछताछ के दौरान बताया कि उसका पति विनोद ससुर भरत सिंह भाटी का सौतेला बेटा है। भरत सिंह के असली बेटे सूरज की पिछले वर्ष 20 जनवरी को ट्रेन से कटने से मृत्यु हो गई। सूरज की मौत के बाद उसकी पत्नी अपने बेटा-बेटी को लेकर मायके में रहती है। संपत्ति भरत सिंह के नाम थी। गीता संपत्ति को अपने नाम कराना चाहती थी और उस पर बार-बार दबाव डाल रही थी। पुलिस के अनुसार जब ससुर नहीं माना तो गीता ने उसे मारने की साजिश रची। उसकी गुरुग्राम के रहने वाले दलीप उर्फ सैंडी उर्फ कालिया से पिछले छह-सात वर्ष से जान पहचान है और वह उसका प्रेमी है।
वह जेल में भी सजा काट चुका है और उसके खिलाफ हत्या के कई मामले दर्ज हैं। गीता ने उसकी अदालत से जमानत कराई थी। सैंडी को कट्टा लाने के लिए आरोपित गीता ने ही चार हजार रुपये दिए थे। सैंडी ने गीता को दो कारतूस, कट्टा और नींद की गोलियां दी थी। 20 जनवरी की रात को गीता ने सैंडी को अपने घर बुलाया। सैंडी ने गोली मारकर भरत सिंह की हत्या कर दी। घटना के बाद सैंडी और गीता मौके से भाग गए और बदरपुर बार्डर जाकर किराये पर कमरा लेकर रहने लगे। इस मामले की जांच क्राइम ब्रांच डीएलएफ के हवाले की गई। डीएलएफ टीम ने बदरपुर से गीता को गिरफ्तार कर लिया और सैंडी मौके से फरार हो गया। पुलिस ने गीता से एक कारतूस बरामद किया है। पुलिस को गीता ने पूछताछ के दौरान बताया कि हत्या में प्रयोग किया गया कट्टा सैंडी के पास है। पूछताछ के बाद पुलिस ने गीता को अदालत में पेश किया। अदालत ने उसे जिला जेल नीमका भेज दिया।