मुंबई: शिवसेना की लातूर जिला इकाई के पूर्व अध्यक्ष बलवंत जाधव ने रविवार को घोषणा की कि वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के नेतृत्व वाले पार्टी गुट में शामिल हो रहे हैं. जाधव ने कहा कि उद्धव ठाकरे के प्रति उनका सम्मान समाप्त नहीं हुआ है, लेकिन वह औरंगाबाद (Aurangabad) से पूर्व लोकसभा सांसद चंद्रकांत खैरे के अकुशल नेतृत्व की वजह से शिंदे गुट में शामिल हो रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘मैं खैरे के नेतृत्व से अप्रसन्न हूं. उन्होंने लातूर में शिवसेना को खत्म करने की कोशिश की. मेरा प्रेम और सम्मान उद्धव ठाकरे के प्रति हमेशा बना रहेगा. एकनाथ शिंदे ने शिवसेना को मजबूत करने के लिए कदम उठाए हैं.’’
उल्लेखनीय है कि जाधव को पूर्व मंत्री दिवाकर रावते का करीबी माना जाता है. उन्होंने कहा कि शिवसेना को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस से गठबंधन नहीं करना चाहिए था क्योंकि यह (शिवसेना संस्थापक) बाला साहेब ठाकरे के विचारों और आदर्शों को खारिज करने जैसे था. गौरतलब है कि जाधव वर्ष 2000 से 2003 तक लातूर की शिवसेना इकाई के अध्यक्ष थे. वह वर्ष-2016 से 2018 तक पार्टी के जिला समन्वयक थे. बता दें कि इससे पूर्व कई अन्य नेता उद्धव गुट की तरफ से शिंदे गुट में शामिल हो चुके हैं.
महाराष्ट्र में सभी 48 लोकसभा सीटें जीतने पर ध्यान केंद्रित कर रही भाजपा के ‘मिशन 48’ के बारे में पूछे जाने पर शिंदे ने कहा कि यह मिशन अब सत्तारूढ़ शिवसेना-भाजपा गठबंधन का है. उन्होंने कहा, ‘‘अब राज्य में शिवसेना-भाजपा की सरकार है, तो यह लोगों के कल्याण के लिए नए जोश के साथ काम करेगी. उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी इसके बारे में बात की है.’’ बता दें कि 2024 में लोकसभा और राज्य की विधानसभा के चुनाव होने हैं. इसको लेकर दोनों, बीजेपी और शिवसेना का शिंदे गुट अपनी-अपनी तैयारियों में लगे हुए हैं.