बाहरी जिला साइबर सेल ने अमेरिकी नागरिकों से ठगी करने वाले एक अंतरराष्ट्रीय फर्जी कॉल सेंटर का खुलासा किया है। आरोपी खुद को एप्पल और माइक्रोसॉफ्ट का कर्मचारी बताकर समस्या का समाधान करवाने का आश्वासन देकर ठगी करते थे। आरोपियों की पहचान शुभम चौधरी, अखिल बरडिया और राहुल गुसाईं के रूप में हुई है। इनके कब्जे से पुलिस ने पांच लैपटॉप, चार स्मार्ट फोन और दो वाईफाई राउटर बरामद किए हैं।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि बाहरी जिला साइबर सेल को पश्चिम विहार में एक फर्जी कॉल सेंटर चलने की जानकारी मिली। पुलिस को यह भी पता चला कि कॉल सेंटर के जरिए विदेशियों से ठगी की जा रही है। पुलिस ने सूचना को पुख्ता करने के बाद पश्चिम विहार के एक इमारत में चल रहे कॉल सेंटर पर छापा मारा। यहां तीन आरोपी मौजूद थे। तीनों खुद को माइक्रोसॉफ्ट और एप्पल का अधिकारी बताकर विदेशियों की कंपनी संबंधी समस्या का समाधान करने का झांसा देकर ठगी करते थे। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। मौके से पुलिस ने पांच लैपटॉप, चार स्मार्ट फोन और दो वाईफाई राउटर बरामद किए।
जांच पड़ताल में पुलिस को पता चला कि आरोपी अवैध रूप से वीओआईपी कॉलिंग, कानूनी अंतर्राष्ट्रीय लंबी दूरी (आईएलडी) गेटवे को दरकिनार कर सरकार को करोड़ों का नुकसान कर रहे थे। आरोपी कॉल करने के लिए एक्स-लाइट जैसे उच्च स्तरीय तकनीकी सॉफ्टवेयर और टीम व्यूअर और एनीडेस्क जैसे रिमोट एक्सेस एप्लिकेशन का इस्तेमाल कर रहे थे। वह अमेरिका में रहने वाले लोगों को समस्या का समाधान करने का आश्वासन देकर उनके साथ धोखाधड़ी कर रहे थे और उनसे मोटी रकम वसूल कर रहे थे।
जिला पुलिस उपायुक्त जिम्मी चिरम ने बताया कि आरोपियों के लैपटॉप में नोट पैड और एक्सेल शीट मिली है, जिसमें पीड़ितों के मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी और ठगे गए पैसे का विवरण लिखा हुआ है। पुलिस इसकी जांच कर पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आरोपियों ने कितने की ठगी की है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि रानी बाग का रहने वाला शुभम गैंग का सरगना है। वह 12वीं पास है। माता-पिता में विवाद होने के बाद वह घर छोड़कर अपनी मां के साथ रहता है। वहीं, राजौरी गार्डन निवासी अखिल बी कॉम की पढ़ाई की है। जबकि हरिनगर निवासी राहुल ओपन से बीबीए का कोर्स कर रहा है।