श्मशान हादसा: कुरालसी मोहल्ले के हर दूसरे घर में पसरा मातम, किसी ने पिता खोया तो किसी ने बेटा

किसी के पिता तो किसी के भाई की मौत हुई है. यह मोहल्ला मौत वाला मोहल्ला बन चुका है और अपनों को खोने के गम और गुस्से में लोगों का कहना है इसका जिम्मेदार प्रशासन है और वह लाशों को सड़क पर रखकर प्रदर्शन करेंगे.

गाजियाबाद (Ghaziabad) के मुरादनगर (Muradnagar) में हुए हादसे में अभी तक 21 लोगों की जान जा चुकी है. 19 लोगों की अभी पहचान हो सकी है. कुरालसी मोहल्ले के हर दूसरे घर में मातम पसरा हुआ है. करीब 8 घर ऐसे हैं, जिनमें किसी ना किसी सदस्य की मौत इस हादसे में हुई है. 70 साल के फल विक्रेता जयराम की मौत में कुरालसी मोहल्ले के तमाम लोग और रिश्तेदार शामिल हुए थे. जय राम के बेटे प्रदीप का कहना है कि मौन धारण करने के लिए वह लोग शेड के नीचे थे कि अचानक वह गिर गया.

तमाम लोग मोहल्ले के , सामने के, पड़ोस के और रिश्तेदार उसमें दब गए. जय राम के घर के सामने के तीन घरों में एक एक शख्स की मौत हुई है. संजीव नाम के लड़के का पैर टूटा है. पूरे कुरालसी मोहल्ले में घरों में मातम पसरा हुआ है. घर के सभी लोगो के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे. मोहल्ले के हर शख्स रो रहा है.

किसी के पिता तो किसी के भाई की मौत हुई है. यह मोहल्ला मौत वाला मोहल्ला बन चुका है और अपनों को खोने के गम और गुस्से में लोगों का कहना है इसका जिम्मेदार प्रशासन है और वह लाशों को सड़क पर रखकर प्रदर्शन करेंगे.किसी के पिता तो किसी के भाई की मौत हुई है. यह मोहल्ला मौत वाला मोहल्ला बन चुका है और अपनों को खोने के गम और गुस्से में लोगों का कहना है इसका जिम्मेदार प्रशासन है और वह लाशों को सड़क पर रखकर प्रदर्शन करेंगे.

दूसरी तरफ जयराम के घर के पास के ही रहने वाले जोगेंद्र की मौत भी इस हादसे में हुई. जोगिंदर लकड़ी का काम करता था और उसके घर में दो छोटे बच्चे हैं. वह घर का अकेला कमाने वाला सदस्य था. जोगिंदर के साले का कहना है कि अब परिवार को चलाने का संकट खड़ा हो गया है.

2-2 लाख रुपये का ऐलान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने गाजियाबाद (Ghaziabad) के मुरादनगर में श्मशान की छत गिरने से लोगों की मौत पर दुख जाहिर किया है. इस घटना में 21 लोगों की मौत हो गई. इस घटना पर दुख जताते हुए सीएम योगी ने मृतकों के परिवार को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है. इसके साथ ही सीएम योगी ने मण्डलायुक्त, मेरठ और एडीजी मेरठ जोन को घटना के मामले में रिपोर्ट देने के भी निर्देश दिए हैं.

बारिश के कारण गिरी छत
पुलिस ने बताया कि जिस वक्त श्मशान की छत गिरी, तब बारिश की वजह से करीब 25 लोग वहां मौजूद थे. ये लोग वहां अपने रिश्तेदार राम धन का अंतिम संस्कार करने पहुंचे थे. गाजियाबाद (ग्रामीण) के पुलिस अधीक्षक इरज राजा ने कहा कि घटना के कुछ ही समय बाद राहत और बताव कर्मी वहां पहुंचे. पुलिस अधिकारी ने बताया कि कई लोगों को वहां से निकालकर तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया.

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