अभी से सितम ढाने लगा सूरज, इतिहास में दूसरी बार फरवरी में पड़ी ऐसी गर्मी

दिल्ली. मई-जून में पड़ने वाली गर्मी का अनुभव लोगों को फरवरी में ही होने लगा है, क्योंकि दोपहर के समय तापमान 23 से 33 डिग्री तक पहुंच चुका है. फरवरी के पिछले 27 दिनों के तापमान की बात करें, तो इसका औसत न्यूनतम तापमान 27 डिग्री के पार है जो कि सामान्य औसत तापमान से करीब 4 डिग्री ज्यादा है. इस तरह से देखा जाए, तो यह इतिहास में ऐसा दूसरा मौका था, जब फरवरी के तापमान में इतनी बढ़ोतरी देखी गई है. इससे पहले 2006 ऐसा साल था जब फरवरी माह सबसे अधिक गर्म रहा था.

दूसरी ओर, फरवरी माह में दिल्ली में ऐसे छह दिन रहे जब यहां का अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहा. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 25 फरवरी को आसमान साफ रहने के साथ ही दिन भर गर्मी रही, जहां अधिकतम तापमान 33.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 13.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

देश में इस वर्ष जनवरी में भी न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड किया गया था, जो कि पिछले 62 वर्षों में सबसे गर्म था. यह जानकारी भारत मौसम विज्ञान विभाग ने 8 फरवरी को दी थी. दक्षिण भारत विशेष रूप से गर्म रहा. यह महीना 121 वर्षों में सबसे गर्म रहा और दक्षिण भारत में तापमान 22.33 डिग्री सेल्सियस रहा. वर्ष 1919 में 22.14 डिग्री सेल्सियस और 2020 में 21.93 डिग्री सेल्सियस था जो दूसरा और
तीसरा सबसे गर्म महीना रहा. मध्य भारत 1982 (14.92 डिग्री सेल्सियस) के बाद 38 वर्षों में सबसे गर्म रहा (14.82 डिग्री सेल्सियस), जबकि 1901 से 2021 के बीच 15.06 डिग्री सेल्सियस के साथ 1958 सबसे गर्म रहा.

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