हैकर्स अलग अलग नंबर से लिंक को तैयार कर भेज रहे हैं जिसे खोलते ही पार्ट टाइम जॉब का पेज खुल जा रहा है. वहीं पेज को अलग अलग भारतीय भाषाओं में तैयार किया गया है.
वॉट्सऐप की नई प्राइवेसी पॉलिसी अब उसके लिए काल बन चुकी है. ऐप स्टोर, ट्विटर और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोग जमकर इस पॉलिसी का विरोध कर रहे हैं. ऐसे में इस मैसेजिंग प्लेटफॉर्म को अब हैकर्स भी टारगेट कर रहे हैं. नई दिल्ली आधारित थिंक टैंक साइबरपीस फाउंडेशन ने सोमवार को कहा कि, चीन आधारित हैकर्स भारतीय यूजर्स को अपनी जाल में फंसा रहे हैं. और ये सबकुछ यूजर्स को पार्ट टाइम जॉब का लालच देकर किया जा रहा है.
भारतीय यूजर्स को वॉट्सऐप पर कई तरह के मैसेज आ रहे हैं जिसमें एक लिंक को भी जोड़ा गया है. इस लिंक को खोलते ही उनके सामने एक मैसेज आ रहा है जिसमें लिखा हुआ है कि, ’10 से 30 मिनट काम करके एक दिन में 200 से 3000 रुपए कमाएं.’ यूजर्स को कई सारे मैसेज आ रहे हैं जो सीधे उन्हें पार्ट टाइम जॉब वाले यूआरएल पर ही लेकर जा रहे हैं.
मामले की जांच शुरू
रिपोर्ट में बताया गया है कि, हैकर्स अलग अलग नंबर से लिंक को तैयार कर भेज रहे हैं जिसे खोलते ही पार्ट टाइम जॉब का पेज खुल जा रहा है. वहीं पेज को अलग अलग भारतीय भाषाओं में तैयार किया गया है जिससे यूजर्स को कंफ्यूज किया जा सके. मामले के सामने आते ही साइबरपीस फाउंडेशन ने ऑटोबॉट इंफोसेक प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिलकर इसकी जांच शुरू कर दी है.
चीन का है हाथ
जांच के दौरान जब यूआरएल के साथ हेरफेर की गई तब एक एरर कोड सामने आया जो चीनी भाषा में था. वहीं बाद में जब डोमेन की जांच की गई तो पता चला कि ये चीन में रजिसटर्ड है. हैकिंग का ये मामला ऐसे वक्त में सामने आया है जब 8 फरवरी से वॉट्सऐप अपनी प्राइवेसी पॉलिसी में पूरी तरह बदलाव कर रहा है.