नई दिल्ली: दक्षिणी पश्चिमी दिल्ली पुलिस ने बजाज फिनसर्व के नाम से चल रहे फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है. इस मामले में कॉल सेंटर चलाने वाले 15 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 9 महिलाएं हैं. ये लोग लोन देने के नाम पर लोगों से ठगी करते थे.
दक्षिणी पश्चिमी दिल्ली के डीसीपी गौरव शर्मा के मुताबिक सागरपुर इलाके में आरवी टेक्नोलॉजी के नाम से एक फर्जी कॉल सेंटर चलने की जानकारी मिली जो बजाज फिनसर्व से 2 लाख से 50 लाख रुपये तक का लोन 7% ब्याज पर दिलवाने का झांसा देता था. यह कॉल सेंटर 3 लोगों द्वारा चलाया जा रहा था, जिनमें प्रिंस, राहुल और एक और शख्स है. इस मामले में प्रिंस और राहुल को अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया गया है. जब पुलिस ने इस कॉल सेंटर में छापा मारा तो वहां कई लोग अलग-अलग केबिनों में बैठे और पीड़ितों को कीपैड फोन के माध्यम से फोन कर रहे थे. कुल 12 कॉलिंग एजेंट और तीन टीम लीडर भी संभावित पीड़ितों को लुभाने में लगे पाए गए.
कॉल सेंटर के मालिक प्रिंस ने खुलासा किया कि उसने 10वीं तक पढ़ाई की है. 2016 में आईआईएफएल कॉल सेंटर, जनकपुरी में काम करना शुरू किया और तीन महीने तक कॉलिंग एजेंट के रूप में काम किया, जहां उसका एक सहयोगी भी टीम लीडर के रूप में काम करता था और लोन देने के बहाने धोखा देता था.
2020 में प्रिंस ने एकांत नाम के शख्स के साथ एक कंपनी खोली उसके बाद एकांत ने राहुल, सनी और एक अन्य सहयोगी के साथ मिलकर एक फर्जी कॉल सेंटर खोला. जहां उन्होंने प्रिंस को कॉलिंग एजेंट के रूप में काम पर रखा और 5 महीने तक काम किया. एक अन्य सहयोगी ने वहां कॉलिंग एजेंट के रूप में काम किया और सनी झगड़े के बाद नौकरी छोड़ दी
राहुल और एक अन्य सहयोगी ने मार्च 2021 में सागरपुर में आरवी टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड के नाम से एक फर्जी कॉल सेंटर खोला और अपनी जरूरत के अनुसार कॉलिंग एजेंटों को काम पर रखा.