तिरंगा देश की आन, बान, शान जिस जान कुर्बान. भारतीय ध्वज (Indian Flag) की पूरी दुनिया में एक अलग ख्याति है. तिरंगे के सम्मान में हर देशवासी पहली कतार में खड़ा होता है. हर साल 15 अगस्त दिल्ली के लाल किला (Delhis Red Fort) से देश के पीएम तिरंगा को फहराते हैं. देशवासी अपने घरों में, तो स्कूल (School), सरकारी दफ्तर (Government Office), प्राइवेट ऑफिस (Private Office) में इस दिन तिरंगा फहराया जाता है. सभी लोग तो तिरंगा फहराने के नियम को तो जानते होंगे, लेकिन क्या झंडा फहराने के बाद उसे उतारने का नियम जानते हैं या उतारने के बाद उस झंडे का क्या होता है. चलिए झंडा उतारने के नियम के बारे में जानते हैं.
दरअसल, भारत का राष्ट्रीय ध्वज, भारत के लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं का प्रतिरूप है. ये राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है. भारतीय ध्वज संहिता में तिरंगा को फहराने और इस्तेमाल करने के बारे में दिये गए निर्देश हैं. ध्वज संहिता-भारत के स्थान पर भारतीय ध्वज संहिता-2002 को 26 जनवरी 2002 से लागू किया गया है. तिरंगा सरकारी भवन पर रविवार और अन्य छुट्टियों के दिनों में भी फहराया जाता है, विशेष अवसरों पर इसे रात को भी फहराया जा सकता है. वैसे राष्ट्रीय ध्वज को सूर्योदय से सूर्यास्त तक ही फहराया जाना चाहिए.
राष्ट्रीय ध्वज उतारने का नियम, जानिए
- राष्ट्रीय ध्वज को तेजी से फहराया जाता, लेकिन धीरे-धीरे आदर के साथ उतारा जाता है.
- तिरंगा फहराते और उतारते समय बिगुल बजाया जाता है.
- ध्वज को बिगुल की आवाज के साथ ही फहराया और उतारा जाता है.
- तिरंगे को जमीन पर नहीं रखा जाता है.
- तिरंगे को उतार कर संभालकर रखा जाता है.
- अगर तिरंगा फट जाए या मैला हो जाए तो उसे अकेले में पूरा नष्ट किया जाता है.
स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस में झंडा कैसे फहराते हैं?
अब यहां आपको ये जान लेना चाहिए कि स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) और गणतंत्र दिवस (Republic Day) में क्या अंतर होता है. साथ ही दोनों दिन झंडा फहराने का क्या नियम होता है. दरअसल, गणतंत्र दिवस के दिन देश के राष्ट्रपति (President) ध्वजारोहण करते हैं. इस दिन भारत का संविधान (Constitution) लागू हुआ था. 26 जनवरी यानि गणतंत्र दिवस के मौके पर झंडा (Flag) ऊपर ही बंधा रहता है और इसे खोलकर फहराया जाता है. जिसे ध्वजारोहरण कहते हैं.
वहीं, 15 अगस्त को भारत अपना स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) मनाता है. इस दिन अंग्रेजों की गुलामी से देश को आजादी मिली थी. स्वतंत्रता दिवस के दिन रस्सी के सहारे झंडे को नीचे से खींचकर ऊपर ले जाया जाता है. उसके खोलकर फहराया जाता है.