AI ठगों का बना नया हथियार, लखनऊ के शख्‍स को बनाया शि‍कार

दोस्त, रिश्तेदार या परिचित की आवाज ही नहीं नकली चेहरा बनाकर वीडियो कॉल कर साइबर जालसाज लोगों से ठगी कर रहे हैं। जालसाज अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की डीपफेक टेक्नोलाजी का इस्तेमाल करके लोगों से ठगी कर रहे हैं।

ठाकुरगंज निवासी आशीष सिंह ने बताया कि उनके पास उनके एक दोस्त के नाम से वीडियो कॉल आई। साइबर ठग ने एआई डीपफेक फेस स्वैपिंग टेक्नोलाजी के जरिए उसके दोस्त का नकली चेहरा बनाकर वीडियो कॉल पर बात की। उसने आशीष को यकीन दिला दिया कि वो उसका दोस्त ही है। इसके बाद इमरजेंसी बताकर डेढ़ लाख रुपये मांगे। आशीष ने भी दोस्त समझकर 1.20 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। उसे ठगी का तब एहसास हुआ, जब उसके दोस्त ने ऐसी किसी भी वीडियो कॉल या रुपये की लेनदेन की जानकारी से इनकार कर दिया।

बता दें कि यह पहली बार नहीं है, जब इस तरह का मामला सामने आया हो। पिछले माह जालसाज ने एक युवा की आवाज की एआई से नकल करके उसकी मां के अकाउंट से पैसे उड़ा दिए थे। एसपी साइबर क्राइम डा. त्रिवेणी सिंह ने बताया कि फ्रॉड करने वाले जिसका शिकार करना होता है उसकी कुछ जरूरी जानकारी जुटाते हैं जैसे फोटो, वीडियो, आडियो रिकॉर्डिंग्स। इससे उसकी जैसी लगने वाली डुप्लिकेट आइडेंटिटी तैयार की जाती है। फिर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से प्रोसेस करके और डीप लर्निंग टेक्‍न‍िक का इस्तेमाल करके मॉडल्स बनाए जाते हैं, जो हुबहू डीपफेक कंटेंट तैयार करता है। इसके बाद इस मॉडल से डीपफेक वीडियो, ऑडियो बनाया जाता है, जिससे शिकार किया जा सके।

एसपी विजिलेंस अरविंद चतुर्वेदी ने बताया कि किसी भी अंजान खाते में फंड का ट्रांसफर करने के पहले उसे एक बार दोबारा चेक कर लें। कभी भी अपनी पर्सनल जानकारी जैसे- क्रेडिट कार्ड, ओटीपी, सीवीवी आदि किसी को शेयर न करें। इंटरनेट मीडिया अकाउंट को प्राइवेट रखें और ये भी देखें कि कोई अनजान व्यक्ति आपके फोटो, वीडियो आदि न देख पाए। इंटरनेट मीडिया पर कोई भी जानकारी या फोटो फारवर्ड करने के पहले एक बार उसकी सत्यता जांच लें। साइबर फ्रॉड का शिकार होने की दशा में www.cybercrime.gov.in पर अपनी रिपोर्ट दर्ज कराएं और 1930 पर संपर्क कर सकते हैं।

ऐसे पहचानें डीपफेक स्कैम

1.फोन करने वाले की आवाज थोड़ी बदली हुई होगी।

2.फोन करने वाला आपसे पर्सनल और जरूरी जानकारी मांगेगा।

3.पैसों की मदद मांगेगा या कुछ अलग बर्ताव करेगा।

4.अगर आप कॉल वेरिफाई करने के लिए सवाल पूछेंगे तो आपको सही जवाब नहीं देगा।

डीपफेक से बचने के टिप्स

1.डीपफेक वीडियो या फोटो में स्किन और शरीर के कुछ हिस्सों में खराबी नजर आना।

2.आंखों के चारों ओर छाया दिखना।

3.असामान्य ब्लिंकिंग पैटर्न नजर आना।

4.चश्मों पर असामान्य चकाचौंध दिखना।

5.चेहरे की तुलना में होंठों का नेचुरल रंग अलग होना। चेहरे के बाल का चेहरे से मेल नहीं होना।

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