मोदी सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि विधेयक पूरी तरह से किसान विरोधी: लखन सिंगला

केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में लाए गए 3 कृषि विधेयकों के विरोध में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के दिशा-निर्देश पर आज देशभर में कांग्रेस कार्यक्र्ताओं ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री की जयंती को ‘किसान-मजदूर बचाओ दिवस’ के रूप में मनाया गया। इसी कड़ी में फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी लखन कुमार सिंगला के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने सेक्टर-17 स्थित लेबर चौक पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चित्र पर पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और उनकी जीवनी पर प्रकाश डाला।

कार्यक्रम में उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए लखन कुमार सिंगला ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी अहिंसा के पुजारी थे और उन्होंने सदैव देश व समाज को अहिंसा का संदेश देते हुए एकता के सूत्र में पिराने का काम किया। वहीं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने भी अपने कार्यकाल के दौरान जनहित में ऐसे कई कार्य किए, जिनके लिए वह सदैव याद रखे जाएंगे। उन्होंने कहा कि आज इन दोनों महापुरूषों की जयंती पर हमें उनके बताए आदर्शाे पर चलने का संकल्प लेना चाहिए, यही उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी। श्रद्धांजलि सभा के उपरांत कांग्रेसजनों ने केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लाए गए 3 कृषि विधेयकों के खिलाफ ट्रैक्टरों पर बैठकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जब-जब योगी डरता है, पुलिस को आगे करता है, मोदी तेरी तानाशाही नहीं चलेगी, किसानों के खिलाफ तीनों अध्यादेश वापिस लो, वापिस लो, मजदूर को उसकी मजदूरी उसका हक दिलवाओ, मोदी-योगी मनीषा बहन को न्याय दिलाओ, जैसे गगनचुंबी नारे लगाकर अपना विरोध दर्ज करवाया।

लखन कुमार सिंगला ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा लाए गए यह तीनों कृषि विधेयक पूरी तरह से किसान विरोधी है, इससे किसान, मजदूर व आढ़ती पूरी तरह से तबाह हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इन कृषि विधेयकों का विरोध करती है और किसानों की लड़ाई में पूरी तरह से उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेगी। वहीं श्री सिंगला ने हाथरस की बेटी मनीषा के साथ हुए गैंगरेप की घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि उत्तरप्रदेश की योगी सरकार लोगों को सुरक्षा देने में नाकाम साबित हुई है क्योंकि जब मृतका केपरिवार को कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी व प्रियंका गांधी सांत्वना देने उनके गांव जा रहे थे तो उन्हें रोकने के लिए जिस प्रकार से यूपी पुलिस द्वारा उनके धक्का-मुक्की व अभद्र व्यवहार किया गया, वह यूपी सरकार की औछी मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि क्या किसी पीडि़त परिवार को सांत्वना देने जाना गुनाह है? आखिर उत्तरप्रदेश सरकार इस पूरे प्रकरण में क्या छुपाने का प्रयास कर रही है। सिंगला ने कहा कि यह पूरा मामला उत्तरप्रदेश पुलिस का फेलियर है और अब वह विपक्षी नेताओं को पीडि़ता के परिजनों से मिलने से इसलिए रोक रही है, कहीं योगी सरकार की पोल न खुल जाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करती है और पीडिता को न्याय दिलाने के लिए हर स्तर पर संघर्ष करेगी।

इस अवसर पर कुंवर बालू सिंह एडवोकेट, पूर्व पार्षद अनिल शर्मा, योगेश ढींगड़ा, सत्यवीर डागर ललित भड़ाना, एस.एल. शर्मा, गोविंद कौशिक, रेनू चौहान, प्रियंका भारद्वाज, खुशबू खान, राजेश खटाना, नितिन सिंगला, नीरज गुप्ता, बिजेंद्र मावी, संजय सोलंकी, योगेश तंवर, राजेश आर्य, किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष अमर सिंह मलिक, हरिसैनी, बाबू सिंह सैनी, उसमान ठेकेदार, प्रधान हरिलाल गुप्ता, तुलसी प्रधान, विशाल ठाकुर, नरेंद्र ठाकुर, राजेश ठाकुर, चंद्रपाल सिंह, रामजीलाल, कर्मवीर खटाना, नवीन रावत, चौ. भोपाल सिंह, जनैल हुसैन, राकेश भाटी, कपिल जैन सहित अनेकों कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे।

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