दिल्ली के कई इलाकों में ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंचा प्रदूषण का स्‍तर, सांस लेना भी दूभर

दिल्ली. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता (AQI) धीरे-धीरे बेहद खराब होती जा रही है. इससे दिल्ली में लोगों का स्‍वच्‍छ हवा में सांस लेना दूभर हो गया है. इसके चलते भीड़भाड़ वाली जगहों पर प्रदूषण के चलते लोगों की आंखों में जलन तक होने लगी है. प्रदूषण का आलम यह है कि कई स्थानों पर विजिबिलिटी (Visibility) काफी कम हो गई है. सुबह-सुबह धुंध छाने की वजह से सड़कों पर दिखाई देना मुश्किल हो गया है.

दिल्ली में मंगलवार सुबह कई स्थानों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक काफी खराब श्रेणी में दर्ज किया गया. रोहिणी में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 346 रिकॉर्ड किया गया. इसी तरह आरके पुरम में वायु गुणवत्ता सूचकांक 329 तो आनंद विहार में 377 दर्ज तक दर्ज किया गया. वहीं, अगर मुंडका की बात करें तो यहां पर एक्यूआई 363 है. दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के आंकड़ों के अनुसार, इन सभी चार जगहों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक ‘बहुत खराब’ श्रेणी में है. इससे हवा जहरीली हो गई है. बता दें कि 0 और 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बेहद खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘बेहद गंभीर’ माना जाता है.

आनंद विहार इलाका सबसे ज्‍यादा प्रभावित
बता दें कि सोमवार को ही आनंद विहार इलाके में हवा की गुणवत्‍ता बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई थी. दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के आंकड़ों के अनुसार, आनंद विहार में सोमवार सुबह को वायु गुणवत्ता सूचकांक बेहत ही गंभीर स्थित में दर्ज किया गया था. यहां एक्यूआई 405 तक पहुंच गया था, जिसे बेहद गंभीर श्रेणी में माना जाता है. इसके अलावा राष्ट्रीय राजधानी के रोहिणी, आईटीओ और द्वारका सहित कई स्थानों पर AQI ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया था. वहीं, आईटीओ और अक्षरधाम के पास सोमवार सुबह धुंध इतनी बढ़ गई विजिबिलिटी काफी कम हो गई. थोड़ी सी दूरी पर स्थित इमारतों को देख पाना मुश्किल हो गया था. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, कल आईटीओ में एयर क्वालिटी इंडेक्स 307 पर पहुंच गया था.

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