साल का आखिरी दिन है, लोग जश्न की तैयारी में हैं, लेकिन दिल्ली के प्रदूषण ने एक बार फिर लोगों की मंशा में कुठाराघात किया है. साल के आखिरी दिन दिल्ली एनसीआर में हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर को पार कर गई है. कई इलाके ऐसे हैं, जहां शनिवार 31 दिसंबर की सुबह 400 से अधिक एक्यूआई दर्ज किया गया. सीपीसीबी के आंकड़ों की माने तो शनिवार की सुबह आठ बजे दिल्ली में औसत एक्यूआई 387 दर्ज किया गया है. हालांकि आनंद विहार समेत कई इलाके ऐसे भी हैं जहां एक्यूआई 450 के पार है.
मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक 30 दिसंबर की शाम को तापमान का ग्राफ कुछ चढ़ा हुआ था. लेकिन 31 दिसंबर की सुबह तक एक बार फिर पारा लुढक गया. तेज हवाओं की वजह से सुबह गलन वाली सर्दी थी. हालात को देखते हुए दिल्ली सरकार ने दिल्ली में एक बार फिर से GRAP-3 के तहत कई तरह के प्रतिबंध लागू कर दिए हैं. इन प्रतिबंधों के मुताबिक जेनरेटर व विध्वंसक गतिविधियों पर रोक रहेगी. वहीं धूल धुएं के निपटान के लिए छिड़काव किया जाएगा.
सांस के मरीजों के लिए स्थिति खतरनाक
दिल्ली एनसीआर में हवा की गुणवत्ता सूचकांक 400 के पार पहुंच गया है. यह स्थिति खतरनाक श्रेणी में है. ऐसे हालात में लोगों खासतौर पर सांस के मरीजों को परेशानी हो सकती है. मौसम विभाग ने लोगों को भरसक इनडोर रहने की अपील की है. वहीं बहुत जरूरी होने पर बाहर निकलने के लिए जरूरी एहतियात बरतने की अपील की है. दिल्ली सरकार के मुताबिक मौजूदा स्थिति को देखते हुए दिल्ली में किसी तरह के निर्माण और तोड़फोड़ के काम रोक दिए गए हैं. इस तरह के काम अब बहुत जरूरी होने पर ही किए जा सकेंगे. इसके लिए संबंधित अथारिटी से अनुमति लेनी होगी.
ईंट भट्टे, हॉट मिक्स प्लां ट, स्टोन क्रेशर पर रोक
राज्य सरकार ने मौजूदा स्थिति को देखते हुए बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल वाहनों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने के आदेश दिए हैं. इसी के साथ जिन औद्योगिक क्षेत्रों में पीएनजी की आपूर्ति नहीं है, वहां के उद्योगों में केवल पांच दिन ही काम होगा. वहीं होटल रेस्टोरेंट व अन्य संस्थानों में जेनरेटर चलाने पर रोक लगा दी गई है. चेतावनी दी गई है कि आदेश का उल्लंघन पर कड़ी कार्रवाई होगी.