इमरजेंसी इतिहास का काला दौर, आज भी मन सिहर जाता है, ‘मन की बात’ में बोले PM मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 102वीं मन की बात कार्यक्रम को संबोधित किया. पीएम ने अपनी अमेरिका यात्रा के बारे में देश को बताया. उन्होंने छत्रपति शिवाजी को याद किया और उनसे प्रेरणा लेने की सलाह दी. प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात में आपात्काल का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि वह देश का एक काला अध्याय है. मन आज भी उस दौर को याद कर सिहर जाता है. प्रधानमंत्री ने जल संकट और टीबी मुक्त भारत अभियान पर भी बात की. इस खास कार्यक्रम को 30 अप्रैल को 100 एपिसोड पूरे हुए थे. हर महीने आखिरी रविवार को यह कार्यक्रम होता है.

प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका दौरे पर जाने वाले हैं. पीएम ने कहा कि इस बार एक हफ्ता पहले ही मन की बात हो रही है. पीएम मोदी ने मन की बात में बताया कि वह अगले हफ्ते में अमेरिका में होंगे. ऐसे में वहां बहुत भाग-दौड़ होगी. पीएम ने कहा कि इसलिए उन्होंने यात्रा पर जाने से पहले अपने नागरिकों से बात करने की सोची. पीएम ने कहा कि आपसे बातचीत करने से बेहतर क्या होगा.. आपके आशीर्वाद से प्रेरणा, मेरी ऊर्जा भी बढ़ेगी.

इमरजेंसी में दी गई यात्नाएं, मन सिहर जाता है
पीएम ने कहा कि इमरजेंसी के दौरान लोगों को यात्नाएं दी गई. यह देश का एक काला अध्याय है. पीएम ने कहा कि वह बुरे दिन थे. मेरा भी मन सिहर जाता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी मन की बात में शिवाजी पर भी चर्चा की. पीएम ने कहा कि इसी महीने की शुरुआत में छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के 350 साल पूरे हुए हैं. इस मौके को बड़े त्यौहार के रूप में मनाया जा रहा है. हम सबका यह कर्तव्य है कि उनके कौशल को जानें, उनसे सीखें. इससे हम अपने भीतर, हमें अपनी विरासत पर गर्व होगा और भविष्य के लिए भी प्रेरणा मिलेगी.

टीबी मुक्त अभियान में युवा-बच्चों का बड़ा योगदान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में टीबी खत्म करने की कोशिशों में युवाओं के योगदान की सराहना की. उन्होंने कहा कि देश को टीबी मुक्त बनाने में हमारे बच्चे और युवाओं का बड़ा योगदान है. इसी क्रम में पीएम ने नैनीताल के एक गांव में दीकर सिंह का जिक्र करते हुए बताया कि उन्होंने 6 टीबी मरीजों को गोग लिया है. इसी तरह किन्नौर के ज्ञान सिंह भी टीबी मरीजों को हर संभव मदद कर रहे हैं.

ईमानदारी से हासिल किया जा सकता है हर लक्ष्य
प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश के बांदा के रहने वाले तुलसी राम यादव का जिक्र किया. पीएम ने बताया कि उन्होंने 40 से ज्यादा तालाब बनवाए. इस तालाब का पानी आज खेती में इस्तेमाल किया जाता है. हापुड में विलुप्त नीम नाम की नदी को तुलसी राम यादव ने फिर से जिंदा किया. लोगों के सामुहिक प्रयास से फिर से नदियां जिंदा हुई. पीएम मोदी ने इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि किसी क्षेत्र में ईमानदारी से कोशिश की जाए तो हर लक्ष्य हासिल किया जा सकता है. पीएम ने शहरी लोगों से मियावाकी पद्धति के बारे में जानने-पढ़ने की अपील की. इससे हम धरती को हरा-भरा स्वच्छ बनाने में प्रेरणा ले सकते हैं. पता चला कि यूपी के लखनऊ में भी मियावाकी उद्यान तैयार किया जा रहा है.

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